کارنگه
ना करेंगे
हम दर्द अपना बाँट कर
कुच्छ कम ना करेंगे
जो लिखा है किस्मत में
उसका ग़म ना करेंगे
मिट जाएँगे हंसते हुए
यह जानते हैं हम
बेरुखी पे आपकी
शिकवा ना करेंगे
आपको भी याद तो
आएगी एक दिन
जब ना लगेगा दिल आपका
'दीपक कुल्लुवी' के बिन
आपको हो ना हो
कोई ग़म नहीं
हम तो आपकी मुहब्बत पे
एतवार करेंगे
दीपक शर्मा कुल्लुवी
داپاک شارما کوللووی
०९१३६२११४८६
बहुत खूब जनाब !
ReplyDelete♥
ReplyDeleteआपकी यादों का ख़ज़ाना लिए
इक रोज़ चले जाएंगे हम
याद तो करोगे ज़रूर
पर कहां आ पाएंगे हम
हुज़ूर ! ऐसी बात है तो हम आपको कहीं जाने ही नहीं देंगे … हां !
आदरणीय दीपक जी
सादर सस्नेहाभिवादन !
बहुत मन से लिखते हैं आप !
बहुत भावपूर्ण !
आपकी छोटी छोटी बहुत-सी रचनाएं पढ़ीं …
धन्य हो गया :)
♥ हार्दिक बधाई और बहुत बहुत मंगलकामनाएं शुभकामनाएं हैं आपके लिए !♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
Sunder Panktiyan
ReplyDeletehamari rachnayyen padne aur pasand karne ke liye sabhi ka hardik dhanyabad
ReplyDeletedeepak
sabhi ka hardik dhanyabad
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