Tuesday 10 August 2010

AAKHARI PANNEN
आखरी पन्नें
آخر بن

मेरे आंसुओं के
कद्रदान हैं बहुत
हम रोना नहीं चाहते
वोह बहुत रुलाते हैं


दीपक शर्मा कुल्लुवी
دبك شارما كلف

हमनें किसी के वास्ते
कुछ भी नहीं किया
अब किसको क्या बतलाएं
किस हाल में मैं जिया

दीपक शर्मा कुल्लुवी
دبك شارما كلف

1 comment:

  1. AAKHARI PANNEN
    आखरी पन्नें
    آخر بن

    मेरे आंसुओं के
    कद्रदान हैं बहुत
    हम रोना नहीं चाहते
    वोह बहुत रुलाते हैं

    दीपक शर्मा कुल्लुवी
    دبك شارما كلف

    हमनें किसी के वास्ते
    कुछ भी नहीं किया
    अब किसको क्या बतलाएं
    किस हाल में मैं जिया

    दीपक शर्मा कुल्लुवी
    دبك شارما كلف

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