Wednesday 14 July 2010

शर्मसार

वाह रे भईया शमीम
हर दी हरकत कमीन
कहने को हो आई.ए.एस
ममता की तूने की तोहीन
मेरी हालत ठीक जो होती
तुम्हारी माँ का बेटा बन जाता
सर आँखों पे उसको बिठाता
और बेटे का फर्ज़ निभाता
कोन कहता आई.ए.एस बनने से
आदमी इन्सान बन जाता है
नीयत में हो खोट तो है
वोह हैवान बन जाता है
माँ को पीटते शर्म ना आई
कहाँ से की है ऐसी पढाई
महाघोर कलयुग आ चुका शायद
तभी तो अक्कल पर बदली छायी
दीपक शर्मा कुल्लुवी
09136211486


न्यूज़:दिल्ली में शमीम नमक आई.ए.एस ऑफिसर ने अपनी बूढी माँ की पिटाई की १०-०७-२०१०.को




No comments:

Post a Comment